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सेन्सेइ से पूछें

क्रिया का 'ते'-रूप + 'कारा' (पाठ 44)

16वें पाठ में हमने सीखा था कि दो से अधिक क्रियाओं वाले वाक्यांशों को जोड़कर एक वाक्य बनाते समय हम क्रिया के 'ते'-रूप का इस्तेमाल करते हैं। पहले आने वाली क्रिया के 'ते'-रूप के बाद 'कारा' यानी “के बाद” जोड़कर हम क्रिया के क्रम पर ज़ोर दे सकते हैं। जिस क्रिया के साथ “कारा” लगता है, वह क्रिया पहले होती है। इस पाठ के अंश में से वाक्य का उदाहरण लें तो उसमें पहले आई क्रिया 'वागाशि ओ ताबेमासु' यानी “जापानी मिठाई खाना”। इस क्रिया के समाप्त होने के बाद आई दूसरी क्रिया 'माच्चा ओ नोमिमासु' यानी “माच्चा हरी चाय पीना”। यहाँ यह क्रम ज़रूरी है कि पहले मिठाई खानी है और फिर चाय पीनी है, इसलिए पहली क्रिया को बदला 'ते'-रूप में और उसके बाद लगाया 'कारा'। तो वाक्य बना 'वागाशि ओ ताबेते कारा, माच्चा ओ नोमिमासु' यानी “जापानी मिठाई खाने के बाद, माच्चा हरी चाय पीते हैं”।

एक और उदाहरण लेते हैं। अगर कोई आपसे पूछे कि “दोपहर का खाना कब खाएँगे?” और आप उत्तर देना चाहते हैं कि “पढ़ाई खत्म होने के बाद खाऊँगा/खाऊँगी”। तो “पढ़ाई” के लिए शब्द है 'बेन्क्योउ' और “ख़त्म होना” को जापानी भाषा में कहते हैं 'ओवारिमासु'। इस क्रिया का 'ते'-रूप है 'ओवात्ते' और अन्त में आएगी क्रिया “खाना” यानी 'ताबेमासु'। तो, वाक्य बनेगा 'बेन्क्योउ गा ओवात्ते कारा ताबेमासु'।
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