सेन्सेइ से पूछें
सहायक प्रोफ़ेसर आकाने तोकुनागा ने "संग सीखें जापानी" पाठमाला का निरीक्षण और सम्पादन किया है। यहाँ वे प्रत्येक पाठ से एक विषय लेकर, उस पर विस्तार से जानकारी देंगी।
अभिलेख
- जापानी भाषा की लिपियाँ (पाठ 1)
- प्रश्नवाचक वाक्य (पाठ 2)
- संकेतवाचक शब्द (पाठ 3)
- नकारात्मक रूप बनाने का तरीक़ा (पाठ 4)
- क्रिया के नकारात्मक और प्रश्नवाचक रूप बनाने का तरीका (पाठ 5)
- 'हा' लिखकर, उसे 'वा' पढ़ना (पाठ 6)
- उपस्थिति दर्शाने वाली क्रिया 'आरिमासु' (पाठ 7)
- क्रिया का 'ते'-रूप + 'कुदासाइ' (पाठ 8)
- क्रिया का 'ते'-रूप - दूसरा तरीक़ा (पाठ 9)
- 'इमासु' और 'आरिमासु' (पाठ 10)
- क्रिया का मूल रूप (पाठ 11)
- क्रिया का 'ता'-रूप (पाठ 12)
- विशेषण के दो प्रकार (पाठ 13)
- क्रिया का 'ते'-रूप + 'मो इइ देसु का' (पाठ 14)
- विशेषण का नकारात्मक रूप (पाठ 15)
- कारक 'नि' का इस्तेमाल करने का तरीक़ा (पाठ 16)
- विशेषण + 'सोउ' (पाठ 17)
- क्रिया का 'ते'-रूप + 'शिमाइमाशिता' (पाठ 18)
- विशेषण का भूतकाल रूप (पाठ 19)
- क्रिया का 'ता'-रूप + 'कोतो गा आरिमासु' (पाठ 20)
- क्रिया का 'नाइ'-रूप (पाठ 21)
- विशेषण को क्रिया विशेषण में बदलने का तरीक़ा (पाठ 22)
- कर्मवाचक वाक्य (पाठ 23)
- क्रिया का 'नाइ'-रूप + 'दे कुदासाइ' (पाठ 24)
- क्रिया का आदेशात्मक रूप (पाठ 25)
- क्रिया का स्वैच्छिक रूप (पाठ 26)
- तारीख़ बताने का तरीक़ा (पाठ 27)
- 'कारा' और 'नोदे' का अन्तर (पाठ 28)
- 'न् दा': किसी को कुछ समझाते हुए बोलने का तरीक़ा (पाठ 29)
- 'तारा' और 'तो' का अन्तर (पाठ 30)
- आदर व्यक्त करने के 'ओ' और 'गो' (पाठ 31)
- 'नो होउ गा' और 'योरि' का इस्तेमाल करके दो चीज़ों की तुलना करने का तरीक़ा (पाठ 32)
- 'आगेमासु' और 'कुरेमासु' का अंतर (पाठ 33)
- विशेषण का 'ते'-रूप बनाने का तरीक़ा (पाठ 34)
- क्रिया का सक्षम रूप (पाठ 35)
- क्रिया का 'नाइ'-रूप + 'नाकेरेबा नारिमासेन्' (पाठ 36)
- उदाहरण देने के लिए 'तारि' का इस्तेमाल करने का तरीक़ा (पाठ 37)
- क्रिया का आदरसूचक रूप (पाठ 38)
- 'तो ओमोइमासु' (पाठ 39)
- क्रियाओं के तीन समूह (पाठ 40)
- क्षमता या सम्भावना व्यक्त करना (पाठ 41)
- 'इचिबान्' (पाठ 42)
- 'देशोउ' का इस्तेमाल करने का तरीक़ा (पाठ 43)
- क्रिया का 'ते'-रूप + 'कारा' (पाठ 44)
- मोराइमासु (पाठ 45)
- क्रिया का मूल-रूप + माए नि (पाठ 46)
- क्रिया को संज्ञा में बदलने का तरीक़ा (पाठ 47)
- जापानी भाषा अच्छी तरह बोलने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए (पाठ 48)