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सेन्सेइ से पूछें

प्रश्नवाचक वाक्य (पाठ 2)

जब हम जापानी भाषा में सवाल पूछते हैं तो हम शब्दों का क्रम नहीं बदलते। बस वाक्य के अंत में प्रश्नवाचक शब्द 'का' लगा देते हैं और इसका सुर थोड़ा ऊँचा रखते हैं। तो इस तरह 'कोरे वा ओमियागे देसु' (यह उपहार है।) में प्रश्नवाचक शब्द जोड़ने से यह बन जाता है 'कोरे वा ओमियागे देसु का' (क्या यह उपहार है?)।

निश्चयात्मक वाक्य और प्रश्नवाचक वाक्य का अंतर ठीक से समझ लेते हैं।

'कोरे वा ओमियागे देसु।' (ये उपहार है।)
'कोरे वा ओमियागे देसु का?' (क्या ये उपहार है?) जब हमारे सामने कोई सामान हो और हम उसके बारे में जानना चाहें, तब हम कहेंगे 'कोरे वा नान् देसु का' (यह क्या है?)।
आप 'नान्' (क्या) का प्रयोग करते हुए, इसमें 'जि' (समय) जोड़कर वक़्त भी पूछ सकते हैं। समय पूछने के लिए हम कहते हैं 'नान्जि देसु का' (क्या समय हुआ है?)। आप 'नान्' का प्रयोग करते हुए, इसमें 'निन्' जोड़कर व्यक्तियों की संख्या भी पूछ सकते हैं - 'नान्निन् देसु का' (कितने लोग हैं?)।
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