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सेन्सेइ से पूछें

जापानी भाषा की लिपियाँ (पाठ 1)

जापानी भाषा में तीन लिपियाँ हैं और हर लिपि का अपना अलग महत्व है। जब आप लिखते हैं 'वाताशि वा आन्ना देसु' (मैं आन्ना हूँ।), तब आप 'वाताशि' शब्द को "कांजि" में लिखते हैं। 'वा', 'देसु' और व्याकरण के बाकी अव्यवों या संयोजकों को "हिरागाना" में लिखते हैं। क्रिया और विशेषण को "कांजि" और "हिरागाना" दोनों में लिखते हैं। विदेशी नामों तथा दूसरी भाषाओं से लिये गए शब्दों को "काताकाना" में लिखा जाता है जैसे कि 'आन्ना'।

"हिरागाना" और "काताकाना" उच्चारण बताने के लिए हैं और ये अक्षर दर्शाते हैं। जापानी भाषा में पाँच वर्ण या स्वर हैं - 'आ', 'इ', 'उ', 'ए', 'ओ'; तथा नौ व्यंजन हैं। जापानी भाषा में हर वर्ण चाहे अकेला हो या फिर वर्ण और व्यंजन का जोड़ा हो लेकिन यह एक अक्षर बताता है। इनके अलावा एक और अक्षर है 'न्'।

संग सीखें जापानी की पाठ्यपुस्तक में हमने लिपि की सारणी दी हैं। आप चाहें तो उस सारणी की मदद से या फिर संग सीखें जापानी के होमपेज पर मौजूद सारणी की मदद से जापानी भाषा में अपना नाम लिखने की कोशिश कर सकते हैं।
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